Google AI Mode Search : Google का AI मोड: भारत में सर्च का भविष्य
Key Points
- Google ने हाल ही में AI Mode नामक एक नया सर्च फीचर लॉन्च किया है, जो भारत में भी उपलब्ध है।
- यह फीचर आपके सवालों को बेहतर समझता है और तेज, विस्तृत जवाब देता है, खासकर जटिल सवालों के लिए।
- अभी यह इंग्लिश में है और Google Labs के जरिए टेस्ट किया जा रहा है।
- यह आवाज और तस्वीरों को भी समझ सकता है, जिससे सर्च करना आसान हो जाता है।
Google ने हाल ही में भारत में अपने नए ‘AI मोड’ को पेश किया है। सोचिए, यह Google सर्च में एक नया ‘दिमाग’ जुड़ने जैसा है, जो आपको सीधे आपके सवालों के जवाब देगा, न कि ढेर सारे लिंक। यह एक ऐसा तरीका है जिससे आप Google से बातचीत करके जानकारी पा सकते हैं।
यह सुविधा अभी टेस्टिंग में है, यानी अभी इसे आज़माया जा रहा है। इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको ‘सर्च लैब’ (Search Labs) नाम की जगह पर जाकर इसे चालू करना होगा। भारत में तेज़ी से बढ़ रहे इंटरनेट यूज़र्स के लिए Google का यह कदम बहुत अहम है।
AI मोड क्या है और यह कैसे काम करता है?
आसान शब्दों में कहें तो, AI मोड Google सर्च में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) को जोड़ता है। इसका मतलब है कि जब आप कुछ खोजते हैं, तो Google AI खुद आपके लिए जवाब तैयार करेगा। आपको अलग-अलग वेबसाइटों पर क्लिक करके जानकारी ढूंढने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। यह एक ऐसा इंटरफ़ेस है जहाँ आप अपने सवाल पूछ सकते हैं और Google AI आपको बहुत ही बारीकी से और सही जवाब देगा।
ऊपर दिखाए गए स्क्रीनशॉट की तरह, जब आप “future of seo in 2025” जैसी कोई क्वेरी पूछते हैं, तो AI मोड आपको सीधे उससे जुड़े मुख्य बिंदु देता है, जैसे SEO में AI का रोल, सर्च रिज़ल्ट में बदलाव, और यूज़र अनुभव पर ज़ोर। यह जानकारी आपको तुरंत मिल जाती है, जिससे आपका समय बचता है।
शुरुआत में, भारत में आपको इसे चालू करना होगा। एक बार चालू होने के बाद, आप अपने सवाल अंग्रेजी में पूछ सकते हैं। अभी Google ने यह नहीं बताया है कि यह सुविधा कब तक हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी, लेकिन हम उम्मीद कर सकते हैं कि जल्द ही ऐसा होगा, क्योंकि भारत में बहुत सारी भाषाएं बोली जाती हैं।
इस टूल की सबसे खास बात यह है कि यह आपके लंबे और पेचीदा सवालों को भी समझ सकता है और उनका जवाब दे सकता है। जैसे, अगर आप पूछते हैं: “मेरे बच्चे 4 और 7 साल के हैं और उनमें बहुत ऊर्जा है। उन्हें गर्म दिनों में, कम जगह या महंगे खिलौनों की आवश्यकता के बिना, घर के अंदर सक्रिय और गतिशील रखने के रचनात्मक तरीके सुझाएँ।” तो Google AI आपको इसके लिए कुछ बेहतरीन आइडिया देगा। इतना ही नहीं, आप उस जवाब पर आधारित और सवाल भी पूछ सकते हैं, ताकि आपको और सटीक जानकारी मिल सके। यह सर्च को एक बातचीत जैसा बना देता है, जो बहुत सुविधाजनक है।
AI मोड का विकास और इसका दुनिया भर में फैलाव
Google ने सबसे पहले AI मोड को अमेरिका में अपने खास ग्राहकों के लिए इस साल की शुरुआत में टेस्ट करना शुरू किया था। फिर Google I/O इवेंट के बाद, इसे सभी अमेरिकी यूज़र्स के लिए रोल आउट कर दिया गया। समय के साथ, Google ने इसमें कई नई चीज़ें जोड़ी हैं:
- शॉपिंग फ़ीचर: अब आप सीधे AI मोड से शॉपिंग से जुड़ी जानकारी भी ले सकते हैं।
- वॉयस (आवाज) और इमेज (तस्वीर) सर्च: आप बोलकर या तस्वीर दिखाकर भी अपने सवाल पूछ सकते हैं। भारत में आवाज़ से सर्च करना बहुत पॉपुलर है, इसलिए कंपनी ने भारत के यूज़र्स के लिए भी इस सुविधा की पुष्टि की है।
- विज्ञापन: अब इसमें विज्ञापन भी दिखाई देने लगे हैं, जो Google के लिए कमाई का एक तरीका है।
Google ने बताया है कि AI मोड जेमिनी 2.5 (Gemini 2.5) नाम के उनके अपने AI मॉडल के खास वर्ज़न से चलता है। यह बहुत ही पावरफुल AI है। शुरुआती यूज़र्स ने बताया है कि वे AI मोड में 2-3 गुना लंबे सवाल पूछ रहे हैं। इसका मतलब है कि लोग इससे ज़्यादा गहराई से और विस्तृत जानकारी चाहते हैं, और AI मोड उन्हें वह दे पा रहा है।

स्क्रीनशॉट में, जब “Nitish Verma Blogger” के बारे में पूछा गया है, तो AI मोड ने तुरंत नीतीश वर्मा के बारे में एक संक्षिप्त परिचय दिया है, उनकी ब्लॉगिंग, डिजिटल मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी, ब्लॉकचेन और बिजनेस आइडियाज में रुचि के बारे में बताया है, और उनके अनुभव का भी उल्लेख किया है। साथ ही, यह भी दिखाया है कि जानकारी किन स्रोतों से ली गई है। यह एक सटीक और त्वरित जवाब है।
AI मोड सर्च बनाम पारंपरिक Google सर्च
नीचे दी गई तालिका में AI मोड सर्च और पारंपरिक Google सर्च की तुलना की गई है:
विशेषता | AI मोड सर्च | पारंपरिक Google सर्च |
---|---|---|
जवाब का प्रकार | विस्तृत, संवादात्मक, AI-आधारित जवाब | मुख्य रूप से वेब लिंक और संक्षिप्त जानकारी |
सवालों का प्रकार | जटिल, मल्टी-लेयर सवालों के लिए उपयुक्त | सरल कीवर्ड-आधारित सर्च के लिए बेहतर |
इनपुट मोड | टेक्स्ट, वॉइस, तस्वीरें | मुख्य रूप से टेक्स्ट |
व्यक्तिगतकरण | हाई, पिछले सर्च और स्थान के आधार पर | सीमित, मुख्य रूप से स्थान-आधारित |
उपलब्धता | अभी Labs में, इंग्लिश में | सभी के लिए, कई भाषाओं में |
भारत: Google के लिए एक बड़ा और अहम बाज़ार
भारत में 87 करोड़ (870 मिलियन) से ज़्यादा इंटरनेट यूज़र्स हैं, जो इसे Google के लिए दुनिया के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक बनाता है। भारत Google के लिए एक ‘टेस्टिंग ग्राउंड’ भी है, जहाँ कंपनी यह देखती है कि अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले यूज़र्स उनके उत्पादों का कैसे इस्तेमाल करते हैं। यह जानकारी उन्हें भविष्य में AI मोड और अपने दूसरे उत्पादों को बेहतर बनाने में मदद करती है।
आजकल, जहाँ एक तरफ Google का सर्च मार्केट में दबदबा है, वहीं दूसरी तरफ लोग ChatGPT और Perplexity जैसे AI चैटबॉट का भी खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। AI मोड के ज़रिए Google चाहता है कि जो यूज़र्स AI से बात करके जानकारी पाना पसंद करते हैं, वे Google के अपने प्रोडक्ट का ही इस्तेमाल करें।
AI मोड के अलावा, Google ‘AI ओवरव्यू’ जैसी सुविधाएं भी दे रहा है, जो आपको सर्च परिणामों का एक छोटा सारांश दिखाते हैं। Google ने अप्रैल में बताया था कि दुनिया भर में 1.5 अरब से ज़्यादा लोग AI ओवरव्यू का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने हाल ही में बताया था कि Google की ये AI सुविधाएं न्यूज़ वेबसाइटों को नुकसान पहुंचा रही हैं, क्योंकि उनकी वेबसाइटों पर आने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। यह AI को सर्च में जोड़ने की एक चुनौती भी है।
आखिर में
Google का AI मोड भारत में लोगों के सर्च करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकता है। यह यूज़र्स को सिर्फ़ बेहतर और आसान सर्च अनुभव ही नहीं देगा, बल्कि Google को AI से चलने वाले सर्च में अपनी जगह और भी मज़बूत करने में मदद करेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नया टूल भारत में कैसे काम करता है और लोग इसे कितना पसंद करते हैं।