Tarang Sanchar Portal: तरंग संचार पोर्टल किसी भी Mobile Tower Location और रेडिएशन की जानकारी लें

तरंग संचार पोर्टल (Tarang Sanchar) भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DOT) द्वारा शुरू किया गया एक वेब पोर्टल है। इसे 2 मई 2017 को तत्कालीन संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा द्वारा लॉन्च किया गया था। यह पोर्टल मोबाइल टावरों और उनके इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड (ईएमएफ) उत्सर्जन के बारे में पारदर्शी और वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करता है। इसका मुख्य लक्ष्य नागरिकों को मोबाइल टावरों की सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करना और डिजिटल इंडिया पहल को समर्थन देना है।

मोबाइल फ़ोन आज के जीवन की लाइफ लाइन है। आपके स्मार्टफोन को सिग्नल मिलता है मोबाइल टावर से। इस पोस्ट में आप जानेंगे भारत में Mobile Tower Location की जानकारी कैसे प्राप्त करें? साथ ही आपको Tarang Sanchar Portal के प्रयोग की जानकारी इस पोस्ट में मिलेगी।

आज के समय में सभी टेलीकॉम कंपनियां अच्छे सिग्नल्स देने का दावा करती हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।

इसलिए आपको ये पता होना चाहिए की आपके घर या ऑफिस के पास मोबाइल टावर की लोकेशन क्या है? उसकी सिग्नल स्ट्रेंथ क्या है? ताकि इस समस्या से आप अपने टेलीकॉम ऑपरेटर को अवगत करवा सकें।

ये भी पढ़ें:

ख़राब कॉल की जानकारी TRAI तक कैसे पहुँचाएअपने इलाके में सबसे तेज़ टेलीकॉम नेटवर्क कवरेज चेक कैसे करें
Chat SIM से इंटरनेट के बिना असीमित इंटरनेट एक्सेस और मैसेजिंग करेंपूरी दुनिया का इंटरनेट 1 मिनट बंद होने पर क्या होगा

Nearby Mobile Tower Location की जानकारी कैसे प्राप्त करें ?

नजदीकी मोबाइल टावर लोकेशन की जानकारी प्राप्त करने के कई माध्यम हैं। यहाँ हम आपको ट्रस्टेड सोर्स की जानकारी देंगे। सबसे पहले ये समझना जरुरी है मोबाइल ऑपरेटर और मोबाइल टावर लगाने वाली कम्पनी अलग होती है।

यहाँ मैं भारत सरकार के पोर्टल तरंग संचार की बात करूँगा। जहाँ से आपको मोबाइल टावर से जुड़ी कई जानकारी मिलेंगी।

Tarang Sanchar Portal क्या है?

तरंग संचार एक वेब पोर्टल है जो मोबाइल टावर और Electromagnetic frequency (EMF) Emission Compliance के बारे में जानकारी साझा करने के लिए है। इसे टेलीकॉम विभाग और इंडस्ट्री के साथ Public Private Partnership (PPP)  मोड में विकसित किया गया है।

तरंग संचार भारत सरकार का ऑनलाइन पोर्टल है। जिसे Department of Telecom (DoT) के द्वारा लांच किया गया है। टेलीकॉम मिनिस्टर मनोज सिन्हा ने इसको लांच किया था। इस पोर्टल की मदद से Electromagnetic Emission को लेकर भ्रम मिटने की कोशिश की गई है। मोबाइल टावर से जो तरंगें निकलती हैं उन्हें Electromagnetic Emission कहा जाता है।

Tarang Sanchar Online Portal की मदद से आप किसी भी एरिया में मौजूद मोबाइल टावर की लोकेशन और बहुत सी जानकारी पता लगा सकते हैं।

तरंग संचार पोर्टल का मुख्य उद्देश्य (Primary Objective):

तरंग संचार पोर्टल का प्राथमिक उद्देश्य मोबाइल टावरों से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड (EMF) उत्सर्जन के बारे में जनता के बीच पारदर्शिता लाना और गलतफहमियों को दूर करना है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिक मोबाइल टावरों की सुरक्षा और उनसे संबंधित नियमों के बारे में सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्राप्त कर सकें।

तरंग संचार पोर्टल के लक्ष्य (Specific Goals):

इस व्यापक उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, तरंग संचार पोर्टल कई विशिष्ट लक्ष्यों पर केंद्रित है:

जानकारी की पारदर्शिता सुनिश्चित करना:

  • देशभर में स्थापित सभी मोबाइल टावरों के स्थानों को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराना।
  • प्रत्येक टावर से निकलने वाले EMF उत्सर्जन के स्तर की जानकारी प्रदान करना।
  • यह स्पष्ट रूप से बताना कि क्या टावर निर्धारित EMF सुरक्षा मानदंडों का अनुपालन कर रहा है।

मोबाइल टावर विकिरण को लेकर भ्रांतियों को दूर करना:

  • वैज्ञानिक तथ्यों और सरकारी दिशानिर्देशों के आधार पर EMF उत्सर्जन के स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में सही जानकारी प्रदान करना।
  • सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना कि भारत में EMF उत्सर्जन सीमाएं अंतरराष्ट्रीय मानकों की तुलना में अधिक सख्त हैं।
  • विकिरण से संबंधित निराधार भय और गलत सूचनाओं को कम करना।

जनभागीदारी और जवाबदेही को बढ़ावा देना:

  • नागरिकों को अपने क्षेत्र में मोबाइल टावरों की EMF अनुपालन स्थिति की जांच करने में सक्षम बनाना।
  • किसी भी चिंता या शिकायत को दर्ज करने के लिए एक मंच प्रदान करना, जिससे दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और नियामक निकायों की जवाबदेही बढ़े।
  • जनता को EMF माप के लिए अनुरोध करने की सुविधा देना, जिससे सरकार द्वारा फील्ड यूनिट्स (TERM cells) द्वारा जांच की जा सके।

दूरसंचार अवसंरचना के विकास में सहायता करना:

  • नागरिकों के बीच मोबाइल टावरों की सुरक्षा के प्रति विश्वास पैदा करके टावर इंस्टॉलेशन के लिए प्रतिरोध को कम करना।
  • बेहतर दूरसंचार कनेक्टिविटी के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विस्तार को सुविधाजनक बनाना।
  • कॉल ड्रॉप जैसी समस्याओं को कम करने के लिए आवश्यक टावर घनत्व को प्राप्त करने में मदद करना, क्योंकि जनता अब टावरों के लाभों और सुरक्षा को बेहतर ढंग से समझ सकेगी।

ज्ञान और जागरूकता का प्रसार करना:

  • पोर्टल पर EMF, मोबाइल नेटवर्क और संबंधित तकनीकी पहलुओं के बारे में शैक्षिक सामग्री, लेख, पुस्तिकाएं और वीडियो उपलब्ध कराना।
  • लोगों को दूरसंचार प्रौद्योगिकी और इसकी सुरक्षा के बारे में सूचित और जागरूक करना।

तरंग संचार पोर्टल द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रमुख सेवाएँ

तरंग संचार पोर्टल एक व्यापक मंच है जो आम जनता को दूरसंचार अवसंरचना और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड (EMF) उत्सर्जन से संबंधित कई महत्वपूर्ण सेवाओं तक पहुँच प्रदान करता है। पारदर्शिता और जानकारी तक आसान पहुँच सुनिश्चित करना इसका मुख्य ध्येय है।

पोर्टल के माध्यम से, आम जनता निम्नलिखित सेवाओं का लाभ उठा सकती है:

  1. किसी भी इलाके के आस-पास के मोबाइल टावरों को ढूंढें: पोर्टल एक उपयोगकर्ता-अनुकूल सार्वजनिक इंटरफ़ेस प्रदान करता है जहाँ कोई भी व्यक्ति एक आसान मैप-आधारित खोज सुविधा का उपयोग करके किसी भी विशिष्ट इलाके या पते के आस-पास के मोबाइल टावरों का पता लगा सकता है। यह सेवा नागरिकों को अपने पड़ोस में टावरों की उपस्थिति और उनके स्थानों को जानने में मदद करती है।
  2. अपने वर्तमान स्थान के आधार पर EMF सुरक्षा स्थिति के साथ मोबाइल टावरों को ढूंढें: जीपीएस (GPS) सक्षम पीसी, टैबलेट या मोबाइल डिवाइस से पोर्टल को एक्सेस करने वाले उपयोगकर्ता अपने वर्तमान भौगोलिक स्थान के आधार पर अपने आस-पास के मोबाइल टावरों को ढूंढ सकते हैं। यह सुविधा न केवल टावरों का स्थान दिखाती है, बल्कि प्रत्येक टावर के लिए उसकी EMF अनुपालन स्थिति (क्या वह सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है) भी दर्शाती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को तत्काल जानकारी मिलती है।
  3. जनता द्वारा EMF माप के लिए अनुरोध (EMF Measurement Request by Public): कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन ₹4000/- का एक नाममात्र शुल्क का भुगतान करके किसी विशिष्ट स्थान पर EMF उत्सर्जन के मापन के लिए अनुरोध कर सकता है। यह एक महत्वपूर्ण सेवा है जो नागरिकों को अपनी चिंताओं को दूर करने के लिए स्वतंत्र और आधिकारिक परीक्षण प्राप्त करने का अवसर देती है। इन परीक्षणों को दूरसंचार विभाग (DoT) की स्थानीय टेलीकॉम एन्फोर्समेंट रिसोर्स एंड मॉनिटरिंग (TERM) फील्ड यूनिट्स द्वारा किया जाता है, और विस्तृत परीक्षण रिपोर्ट अनुरोधकर्ता को प्रदान की जाती है।
  4. EMF पर सीखने के संसाधन: पोर्टल में ‘EMF ओवरव्यू’ और ‘Learn’ जैसे समर्पित सेक्शन शामिल हैं। ये खंड नागरिकों को EMF, मोबाइल टावरों के सुरक्षित संचालन, दूरसंचार सेवा कवरेज और संबंधित नियामक दिशानिर्देशों के बारे में शिक्षित करने के लिए विभिन्न लेख, पुस्तिकाएँ, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) और वीडियो प्रदान करते हैं। यह जानकारी वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित होती है, जिसका उद्देश्य मिथकों को तोड़ना और सही समझ विकसित करना है।
  5. विस्तृत बेस स्टेशन (BTS) डेटाबेस: पोर्टल पर देश भर में फैले 23.65 लाख से अधिक बेस स्टेशनों (BTS) का तकनीकी विवरण होस्ट किया गया है। यह विशाल डेटाबेस सभी प्रमुख टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSP) और विभिन्न तकनीकों (जैसे 2G, 3G, 4G, और 5G सहित नवीनतम तकनीकें) के टावरों की विस्तृत जानकारी रखता है। यह सुनिश्चित करता है कि जनता को भारत की दूरसंचार अवसंरचना के बारे में सबसे अद्यतन और व्यापक जानकारी उपलब्ध हो।

इन सेवाओं के माध्यम से, तरंग संचार पोर्टल भारत में दूरसंचार क्षेत्र में पारदर्शिता, जवाबदेही और सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

तरंग संचार पोर्टल की आवश्यकता क्यों पड़ी?

तरंग संचार पोर्टल के विकास और लॉन्च के पीछे एक प्रमुख कारण था, मोबाइल टावरों से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड (EMF) विकिरण को लेकर आम जनता में व्याप्त भय और गलत धारणाएं। ऐसी ही एक घटना ने इस पोर्टल की आवश्यकता को और भी स्पष्ट कर दिया।

एक महत्वपूर्ण घटना जिसने आवश्यकता को उजागर किया:

पोर्टल के लॉन्च होने से पहले, मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया था। एक 42 वर्षीय व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके घर के पास स्थित मोबाइल टावर के रेडिएशन (विकिरण) के कारण उसे कैंसर हो गया है। इस शिकायत पर देश में शायद यह पहली बार ऐसा हुआ कि किसी एक व्यक्ति की याचिका या शिकायत के आधार पर पूरे मोबाइल टावर को उस स्थान से हटा दिया गया हो।

इस तरह की घटनाओं ने दूरसंचार विभाग (DoT) और सरकार को यह महसूस कराया कि EMF उत्सर्जन के वैज्ञानिक तथ्यों और सुरक्षा मानकों के बारे में जनता को जागरूक करना कितना महत्वपूर्ण है। जब विश्वसनीय और आसानी से सुलभ जानकारी का अभाव होता है, तो अफवाहें और भय तेजी से फैलते हैं, जिससे अनावश्यक विवाद और यहाँ तक कि दूरसंचार अवसंरचना के विकास में बाधाएँ भी उत्पन्न होती हैं।

इसी तरह की घटनाओं को रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए तरंग संचार ऑनलाइन पोर्टल बनाया गया।

पोर्टल की आवश्यकता के मुख्य बिंदु:

पारदर्शिता और जवाबदेही: पोर्टल टावरों के सटीक स्थान, उनके प्रकार (2G/3G/4G/5G), और सबसे महत्वपूर्ण, उनके EMF मानकों का अनुपालन करते हैं या नहीं, इसकी जानकारी सार्वजनिक करता है। यह दूरसंचार सेवा प्रदाताओं की जवाबदेही सुनिश्चित करता है।

डेटा की उपलब्धता और सटीकता: यह पोर्टल एक विशाल डेटाबेस को होस्ट करता है। जानकारी के अनुसार, इस पोर्टल पर 6,38,136 से अधिक मोबाइल टावरों (जो साइट्स को दर्शाते हैं) और 22,56,226 से अधिक बेस ट्रांसीवर स्टेशंस (BTS) का अद्यतन (updated) डेटा मौजूद है। यह डेटा निरंतर अपडेट होता रहता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को सबसे सटीक और वर्तमान जानकारी मिलती है। यह विभिन्न प्रकार की तकनीकों (2G, 3G, 4G, और 5G) के लिए टावरों की जानकारी भी प्रदान करता है।

विवादों को कम करना: जब लोग जानते हैं कि सरकार द्वारा निर्धारित कड़े सुरक्षा मानदंडों का पालन किया जा रहा है, तो टावर इंस्टॉलेशन या उनके संचालन को लेकर होने वाले विरोध और विवादों में कमी आती है।

तरंग संचार पोर्टल से मोबाइल टावर लोकेशन और जानकारी कैसे पता करें?

तरंग संचार पोर्टल एक उपयोगकर्ता-अनुकूल मंच है जो आपको अपने आस-पास या किसी भी इच्छित क्षेत्र में मोबाइल टावरों का पता लगाने और उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है। यहाँ चरण-दर-चरण बताया गया है कि आप इस पोर्टल का उपयोग कैसे कर सकते हैं:

मोबाइल टावर लोकेशन पता करने की प्रक्रिया:

  1. तरंग संचार पोर्टल पर विजिट करें: सबसे पहले, अपने वेब ब्राउज़र में tarangsanchar.gov.in टाइप करके तरंग संचार पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ। पोर्टल का होमपेज विभिन्न विकल्पों के साथ प्रदर्शित होगा।
  2. लोकेशन सर्च करें: होमपेज पर ही आपको टावर खोजने के लिए कई विकल्प मिलेंगे। आप सीधे “Locate Towers in your area” सेक्शन में जाकर:
    • अपने वर्तमान स्थान (My Location) के आधार पर सर्च कर सकते हैं (इसके लिए आपके डिवाइस में GPS सक्षम होना चाहिए)।
    • किसी विशिष्ट पिन कोड या एरिया के नाम (जैसे “दिल्ली रोहिणी” या “पटना कंकड़बाग”) का उपयोग करके भी सर्च कर सकते हैं।
  3. वेरिफिकेशन और मैप ओपन होना: स्थान सर्च करने के बाद, कई बार एक छोटा वेरिफिकेशन फॉर्म खुल सकता है। इसमें आपको अपना नाम, ईमेल और मोबाइल नंबर जैसी बुनियादी जानकारी दर्ज करके सबमिट करना होगा। यह जानकारी आमतौर पर सुरक्षा और संपर्क के लिए ली जाती है। जानकारी सबमिट करते ही, आपके द्वारा चुने गए क्षेत्र का एक विस्तृत नक्शा (मैप) स्क्रीन पर खुल जाएगा।
  4. मैप पर टावरों की पिन लोकेशन: मैप में आपको सभी सक्रिय मोबाइल टावरों की पिन लोकेशन दिखाई देगी। ये पिन अक्सर अलग-अलग रंगों के हो सकते हैं जो उनकी स्थिति या प्रकार को दर्शाते हैं।

मोबाइल टावरों के प्रकार जिन्हें पोर्टल पर दर्शाया गया है:

पोर्टल पर मोबाइल टावरों को मुख्य रूप से उनके इंस्टॉलेशन के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है, जिन्हें आप मैप पर फ़िल्टर करके भी देख सकते हैं:

Tarang Sanchar Portal: तरंग संचार पोर्टल किसी भी Mobile Tower Location और रेडिएशन की जानकारी लें 1
  • ग्राउंड बेस्ड (Ground based): ये वे टावर्स होते हैं जिन्हें सीधे जमीन पर स्थापित किया जाता है। इनकी एक निश्चित ऊँचाई और संरचना होती है।
  • रूफ टॉप (Roof Top): ऐसे टावर्स को आवासीय या व्यावसायिक इमारतों की छतों पर लगाया जाता है।
  • वॉल माउंटेड (Wall Mounted): ये तुलनात्मक रूप से छोटे उपकरण होते हैं जिन्हें इमारतों की दीवारों पर इनडोर या आउटडोर दोनों जगहों पर फिट किया जा सकता है। इनका उपयोग अक्सर उन क्षेत्रों में किया जाता है जहाँ बड़े टावर संभव नहीं होते, जैसे मेट्रो स्टेशन, बड़े अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स, संकरी गलियाँ या व्यस्त बाज़ार।

उदाहरण के लिए: जैसा कि आपने बताया, यदि आप दिल्ली के रोहिणी का स्थान निर्धारित करते हैं, तो आपको उस क्षेत्र में मौजूद सभी टावरों की पिन लोकेशन मैप पर दिख जाएगी। आप इन पिन पर क्लिक करके आगे की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

तरंग संचार पोर्टल से मोबाइल टावर की क्या जानकारी मिल सकती है?

जब आप तरंग संचार पोर्टल पर किसी भी मोबाइल टावर के पिन पर क्लिक करते हैं, तो आपको उस विशिष्ट टावर के बारे में निम्नलिखित महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है:

  1. टावर का पता (Address): आपको टावर का सटीक भौतिक पता दिखाई देगा, जिससे आप उसकी पहचान कर सकें।
  2. ऑपरेटर की जानकारी (Operator Details): यह जानकारी मिलेगी कि यह टावर किस-किस टेलीकॉम ऑपरेटर (जैसे एयरटेल, जियो, वोडाफोन आइडिया) का है और कौन-कौन सी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
  3. EMF अनुपालन स्थिति (EMF Compliance Status): यह सबसे महत्वपूर्ण जानकारी है, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया जाता है कि टावर दूरसंचार विभाग द्वारा निर्धारित EMF उत्सर्जन मानदंडों का पालन कर रहा है या नहीं। आमतौर पर “This Site is EMF Compliant” जैसा संदेश दिखाई देता है।
  4. टावर की फोटो (अगर उपलब्ध हो): कुछ मामलों में, आपको टावर की एक छोटी सी तस्वीर भी दिख सकती है, जिससे उसकी पहचान करना और आसान हो जाता है।
  5. फ़्रीक्वेंसी और तकनीक (Frequency & Technology): यह जानकारी मिलती है कि यह टावर किन तकनीकों (जैसे 2G, 3G, 4G) के लिए सिग्नल प्रसारित कर रहा है। (ध्यान दें, 5G की जानकारी भी अब उपलब्ध होती है)।
  6. अतिरिक्त जानकारी (Additional Information): यदि आपको इससे भी अधिक विस्तृत जानकारी चाहिए, तो अक्सर एक “Additional Information” या इसी तरह का विकल्प उपलब्ध होता है। इस पर क्लिक करने पर, हो सकता है कि आपको अपनी ईमेल आईडी दर्ज करनी पड़े, और विस्तृत रिपोर्ट या जानकारी आपके मेल पर भेज दी जाए।

इस प्रकार, तरंग संचार पोर्टल आपको किसी भी क्षेत्र के मोबाइल टावरों की लोकेशन जानने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा और संचालन से संबंधित महत्वपूर्ण विवरण प्राप्त करने का एक सरल और प्रभावी तरीका प्रदान करता है। यह एक ऐसी सेवा है जो आम जनता को सशक्त बनाती है और दूरसंचार पारदर्शिता को बढ़ावा देती है।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.