Google Project Greenlight AI कैसे Traffic Emission कम करता है?

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Google Project Greenlight AI कैसे Traffic Emission कम करता है? 1

Google Project Greenlight AI का उपयोग करके ट्रैफिक उत्सर्जन को कम करता है।

Urban traffic congestion और इससे जुड़े greenhouse gas emissions विश्व भर के शहरों के लिए लंबे समय से चुनौतियाँ रही हैं। गूगल ने इन समस्याओं को प्रोजेक्ट ग्रीन लाइट के माध्यम से हल करने के लिए एक नया दृष्टिकोण अपनाया है।

Google Project Greenlight क्या है?

Artificial intelligence (AI) की शक्ति का लाभ उठाते हुए और गूगल मैप्स से प्राप्त जानकारी का उपयोग करते हुए, ग्रीन लाइट ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम्स को ऑप्टिमाइज़ करके vehicle emissions को कम करता है, जिससे जलवायु परिवर्तन के मिटाने और शहरी गतिशीलता को बेहतर बनाने में योगदान होता है। इस पोस्ट में Google Project Greenlight के कार्य और शहरों के लिए इसके संभावित लाभों का अन्वेषण करता है।

Urban Traffic Emissions की चुनौती

शहरी क्षेत्रों को सड़क परिवहन से होने वाले Emissions के मामले में एक महत्वपूर्ण चुनौती का सामना करना पड़ता है। चौराहों पर, प्रदूषण के स्तर खुले सड़कों की तुलना में 29 गुना तक अधिक हो सकते हैं, जिनमें से आधे उत्सर्जन वाहनों के रुकने के बाद गति पकड़ने से पैदा होते हैं। जबकि कुछ स्तर का रुक-रुक कर चलना शामिल है, ट्रैफिक लाइट के समय निर्धारण को ऑप्टिमाइज़ से इसे कम किया जा सकता है। हालाँकि, इस ऑप्टिमाइज़ेशन को प्राप्त करने की पारंपरिक विधियों में महंगे hardware installations या manual vehicle counts शामिल होती है, जिनमें से कोई भी एक व्यापक समाधान प्रदान नहीं करता है।

Google Project Greenlight का Innovative Approach

ग्रीन लाइट एआई और गूगल मैप्स ड्राइविंग ट्रेंड्स से प्राप्त डेटा का उपयोग करके ट्रैफिक पैटर्न का मॉडल बनाता है और शहर के ट्रैफिक इंजीनियरों के लिए intelligent recommendations देता है। हर चौराहे को ऑप्टिमाइज़ करके और आस-पास के चौराहों के बीच समन्वय से, ग्रीन लाइट का लक्ष्य green lights का एक सिलसिला बनाना है, जिससे stop-and-go traffic कम हो जाए। शुरुआती नतीजे बताते हैं कि रुकावटों में 30% तक कमी और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 10% तक की कमी की संभावना है (

ग्रीन लाइट को 4 महाद्वीपों पर फैले 12 शहरों के 70 चौराहों पर सफलतापूर्वक लागू किया गया है, जिनमें हैफा (इजरायल), बेंगलुरु (भारत) और हैम्बर्ग (जर्मनी) शामिल हैं। इन चौराहों पर ग्रीन लाइट एक बड़ा असर डाल रहा है, हर महीने 30 मिलियन कार यात्राओं के लिए ईंधन बचा रहा है और उत्सर्जन कम कर रहा है।

Google Project Greenlight कैसे काम करता है?

  1. चौराहे को समझना: गूगल के विस्तृत शहर मैपिंग प्रयासों पर निर्माण करते हुए, ग्रीन लाइट cycle length, transition time, green split (right-of-way time and order), coordination, और sensor operation जैसे मूल ट्रैफिक लाइट पैरामीटर्स का अनुमान लगा सकता है।
  2. ट्रैफिक ट्रेंड्स को मापना: ग्रीन लाइट एक मॉडल बनाता है जो चौराहे पर ट्रैफिक के प्रवाह को समझता है। यह शुरू होना और रुकना, ट्रैफिक लाइट पर औसत प्रतीक्षा समय, आस-पास के चौराहों के बीच कोऑर्डिनेशन और दिन भर में ट्रैफिक लाइट प्लान्स की dynamic nature जैसे विशिष्ट ट्रैफिक पैटर्न की पहचान करता है।
  3. शहर के लिए Recommendations डेवलप करना: एआई का उपयोग करके, ग्रीन लाइट ट्रैफिक लाइट टाइमिंग में potential adjustments की पहचान करता है और शहर को ये सिफारिशें प्रस्तुत करता है। शहर के ट्रैफिक इंजीनियर इन सुझावों की रिव्यु करते हैं और मंजूरी देते हैं, और केवल 5 मिनट में मौजूदा नीतियों और टूल्स के भीतर इन्हें आसानी से लागू करते हैं।
  4. प्रभाव का विश्लेषण: ग्रीन लाइट ड्राइवरों के लिए स्टॉप की संख्या और उसके बाद और ट्रैफिक पैटर्न पर इन परिवर्तनों के प्रभाव की निगरानी करता है। इन परिवर्तनों के जलवायु प्रभाव की गणना के लिए Standard industry models का उपयोग किया जाता है, जिसे partner cities के साथ निरंतर optimization के लिए शेयर किया जाता है।

Partner Cities के लिए User-Friendly Recommendations

ग्रीन लाइट एक User-Friendly डैशबोर्ड प्रदान करता है जो city-specific actionable recommendations प्रदान करता है, प्रत्येक सुझाव के लिए ट्रेंड डेटा के साथ सपोर्टेड होता है। implementation के बाद, डैशबोर्ड एक impact analysis report प्रदान करता है, जो किए गए परिवर्तनों की प्रभावशीलता दर्शाता है।

अपने शहर में ग्रीन लाइट क्यों लागू करें?

  • आसानी और उच्च प्रभाव: ग्रीन लाइट शहरों को उत्सर्जन कम करने और ट्रैफिक फ्लो को बेहतर बनाने के लिए एक सरल लेकिन प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
  • कोई अतिरिक्त हार्डवेयर लागत नहीं: पारंपरिक ट्रैफिक प्रबंधन समाधानों के विपरीत, ग्रीन लाइट को महंगे हार्डवेयर खरीदने, इंस्टॉल करने या मेन्टेन करने की ज़रूरत नहीं है।
  • स्वचालित कवरेज और निगरानी: सिस्टम स्वचालित रूप से कई चौराहों को कवर और मॉनिटर करता है, निरंतर ऑप्टिमाइज़ेशन को सुनिश्चित करते हुए।
  • डेटा की विश्वसनीयता: ग्रीन लाइट गूगल मैप्स ड्राइविंग ट्रेंड का फायदा उठाता है, एक भरोसेमंद और विश्वसनीय डेटा स्रोत प्रदान करता है।
  • स्पष्ट कार्यनीतिगत सिफारिशें: सिस्टम शहर के अधिकारियों के लिए ऐसी सिफारिशें प्रदान करता है जो आसानी से मंजूर और लागू की जा सकती हैं।

सारांश में,

गूगल का ग्रीन लाइट एक game-changing initiative है जो शहरी वातावरण में ट्रैफ़िक जाम और उत्सर्जन को कम करने के लिए एआई का उपयोग करता है। ट्रैफिक लाइट टाइमिंग को ऑप्टिमाइज़ करके, ग्रीन लाइट स्वच्छ, अधिक कुशल और स्थायी शहरी परिवहन प्रणालियों का रास्ता प्रशस्त करता है। यह नवीन समाधान शहरों को ट्रैफ़िक से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के तरीके को क्रांतिकारी बनाने के लिए तैयार है, साथ ही वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन से लड़ने में योगदान दे रहा है। अधिक जानकारी के लिए गूगल की ऑफिसियल वेबसाइट Green Light – Google Research पर विजिट करें।

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